बच्चों को फिर कैसे मिलेगी बेहतर शिक्षा

बंजार (कुल्लू)। बंजार उपमंडल की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बठाहड़ में शिक्षकों की कमी से लोगों में आक्रोश है। लोगों का कहना कि इस स्कूल को 2012 में अपग्रेड किया था। तब से लेकर आज तक इस स्कूल की सुध लेने वाला कोई नहीं। स्कूल में शिक्षकों की कमी तो है ही प्रधानाचार्य का पद भी रिक्त पड़ा है।
लोगों का कहना है कि अगर स्कूल में पर्याप्त स्टाफ और शिक्षक ही नहीं है तो वे अपने बच्चों को किस तरह से शिक्षित कर पाएंगे। स्कूल में छात्रों की संख्या 500 के करीब पहुंच चुकी है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बठाहड़ के एसएमसी प्रधान जिंदुराम का कहना है कि 2012 में स्कूल को अपग्रेड करने के बाद से स्कूल में अध्यापकों की नियुक्तियां नहीं की गई हैं। स्कूल में प्रधानाचार्य, हिंदी के प्रवक्ता, इतिहास, भाषा, टीजीटी, डीपीई और पीईटी शिक्षकों के पद अरसे से खाली पड़े हैं। स्कूल में 15 अध्यापकों में से सात पद रिक्त हैं। इसे एसएमसी कमेटी अपने दम पर चला रही है।
क्षेत्र की तुंग पंचायत के प्रधान हुकमीराम, उपप्रधान मोती राम और क्षेत्र के जय सिंह, नरेश, रामलाल, लजे राम, धन सिंह, पुने राम, प्रीतम सिंह, ताराचंद, शोभाराम, जीतराम, हेतराम, दयालू, झंजु, गंगा देवी, पद्म सिंह, भाग सिंह, हरीराम, आलम चंद, संजीव कुमार, भेदी राम और इंद्र सेन ने विधायक कर्ण सिंह और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मांग की है कि स्कूल में पर्याप्त स्टाफ की नियुक्तियां की जाएं।
शिक्षा विभाग के उपनिदेशक कार्यालय के सहायक अधीक्षक एलआर गुलशन ने बताया कि शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों की कमी बठाहड़ स्कूल में ही नहीं और भी कई स्कूलों में है। इस बारे में शिक्षा विभाग और प्रदेश सरकार को अवगत करवा दिया है।

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